जायडस वैलनेस, बजाज होल्डिंग्स, एनआरबी बियरिंग, मुकुंद, एचसीएल टेक, ग्रीव्स कॉटन, सोभा, मारुति में प्रमोटर्स ने शेयरों की खरीद की है
शेयर बाजार में फिलहाल गिरावट देखने को मिल रही है, पहले अदाणी संकट, उसके बाद बैंकिंग संकट, फेडरल रिजर्व के संकेतों से मंदी की आशंकाएं इन सभी वजहों से बाजार पिछले काफी समय से दबाव में हैं. हालांकि प्रमोटर्स को इसमें अवसर दिख रहा है और घरेलू संकेतों के मजबूत रहने से कई कंपनियों के प्रमोटर्स ने स्टॉक्स में जमकर खरीद की है. जिससे संकेत हैं कि प्रमोटर्स आगे के लिए ग्रोथ की उम्मीद रख रहे हैं और गिरावट में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के अवसर का पूरा फायदा उठा रहे हैं.
मार्च में प्रमोटर्स ने कहां बढ़ाई हिस्सेदारी
जायडस वैलनेस में मार्च के महीने में 6.8 लाख शेयर 1480 रुपये के औसत भाव पर खरीदे गए . वहीं बजाज होल्डिंग्स में 6020 के भाव पर 48 हजार शेयरों की खरीद हुई है. एनआरबी बियरिंग में 1.1 लाख शेयरों को 133 रुपये के औसत भाव पर खरीदा गया है. मुकुंद के 1.82 लाख शेयरों को 135 के औसत भाव पर खरीदा गया है. वहीं एचसीएल टेक में 97 हजार शेयरों की खरीद हुई जिनका औसत भाव 1080 था. ग्रीव्स कॉटन के 3.18 लाख शेयरों की 125 के औसत भाव पर खरीद हुई है. माह के दौरान सोभा के 50 हजार शेयरों को प्रमोटर्स ने 550 रुपये के औसत भाव पर खरीदा. महाराष्ट्र सीमलैस के प्रमोटर्स ने 2.21 लाख शेयर खरीदे जिनका औसत भाव 350 का था. इसके अलावा मारुति, गेटवे डिस्ट्रीपार्क्स और मार्कसंस फार्मा में भी प्रमोटर्स ने 1 से 3.5 लाख तक शेयरों की खरीद की है.
क्या है शेयरों मे खरीद का मतलब
अगर प्रमोटर्स कंपनी के शेयरों में खरीद करते हैं तो इसे एक अच्छा संकेत माना जाता है. इसका मतलब होता है कि प्रमोटर्स कंपनी को लेकर काफी सकारात्मक हैं और मानते हैं कि स्टॉक अपने वास्तविक स्तर से नीचे है. इसलिए वो स्टॉक में निवेश कर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हैं. हालांकि कई बार इसका ये मतलब भी निकाला जाता है कि प्रमोटर कंपनी को किसी जबरन टेकओवर की कोशिश से बचाने की आशंका पर अपना हिस्सा बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. बाजार प्रमोटर्स के द्वारा शेयरों में खरीद को अन्य संकेतों के साथ मिलाकर देखता है. इसमें कंपनी के हिस्सेदारों की स्थिति, कंपनी की अपनी ग्रोथ, कंपनी की अपनी आर्थिक स्थिति या फिर कंपनी से जुड़ी खबरें शामिल होती हैं. अगर कंपनी मजबूत है, कंपनियों के निवेशकों में विविधता है. ऐसे में प्रमोटर्स के द्वारा शेयर खरीदने के सकारात्मर संकेत माना जा सकता है.