राजेश गोपीनाथन ने सीएनबीसी आवाज़ को दिए खास इंटरव्यू में बताया कि विचार तो हमेशा चलते रहते हैं, लेकिन उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि पिछले दो महीने से मन और दिमाग में बहुत उलझन थी कि टीसीएस में इस पद पर 10 साल हो गए है. अब आगे क्या?
आपको बता दें कि भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) अहमदाबाद से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा करने वाले गोपीनाथन टीसीएस से साल 2001 से जुड़े हैं. उन्हें फरवरी 2013 में कंपनी का सीईओ बनाया गया था. उन्होंने आरईसी त्रिचुरापल्ली से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. बीएसई को जानकारी देते हुए बताया कि राजेश गोपीनाथन का कार्यकाल 15 सितंबर 2023 तक रहेगा.
राजेश गोपीनाथन आगे बताते हैं कि...
लेकिन एक बात के लिए मैं पहले ही सोचकर बैठा था कि जिस दिन मन ऊब जाए. उसी समय निकल जाना चाहिए. एक मिनट भी इस काम में नहीं रहना है.
...बस यहीं हुआ और मैने निकलने से फैसला ले लिया
गोपीनाथन के इस्तीफे पर टीसीएस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि "मैं राजेश के साथ पिछले 25 साल से काम कर रहा हूं. उनके साथ काम करने को लेकर बहुत अच्छा अनुभव रहा है. बीते 6 सालों में राजेश ने मजबूत लीडरशिप दी है. राजेश ने TCS के ग्रोथ के अगले फेज की नींव रखी".