सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और सर्विसेज सहित Apple के ज्यादातर डिवीजन पहले ही बोनस और प्रमोशन के मामले में एक साल वाली स्कीम में शिफ्ट हो गए थे.लेकिन ऑपरेशन्स, कॉर्पोरेट रिटेल और अन्य ग्रुप्स में कर्मचारी अभी भी साल में दो बार बोनस और प्रमोशन वाली स्कीम का हिस्सा थे.
बीते साल लगभग 170 अरब डॉलर का ग्रॉस प्रॉफिट कमाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक Apple ने भी कॉस्ट कटिंग के प्रयास तेज कर दिए हैं. जानकारी के मुताबिक, अपने कुछ कॉरपोरेट डिविजनों के लिए बोनस देने में Apple Inc. देरी कर रहा है और इस बीच उसने हायरिंग भी सीमित कर दी है. कंपनी ज्यादा पदों के लिए नौकरी की पेशकश नहीं कर रही है और कर्मचारियों के जाने पर अतिरिक्त पदों को भी फिलहाल भरने का प्रयास नहीं कर रही है.
Apple आमतौर पर डिवीजन के आधार पर हर साल एक या दो बार अपने कर्मचारियों को बोनस और प्रमोशन देता है. ज्यादातर यह अप्रैल और अक्टूबर के महीने में किया जाता है. नई स्कीम के तहत, कुछ डिविजन्स अगले महीने बोनस या प्रमोशन नहीं देखेंगे. ऐसा आगे से साल में 1 ही बार सिर्फ अक्टूबर में देखने को मिल सकता है.
आर्थिक मंदी के चलते कसी कमर
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और सर्विसेज सहित Apple के ज्यादातर डिवीजन पहले ही बोनस और प्रमोशन के मामले में एक साल वाली स्कीम में शिफ्ट हो गए थे.लेकिन ऑपरेशन्स, कॉर्पोरेट रिटेल और अन्य ग्रुप्स में कर्मचारी अभी भी साल में दो बार बोनस और प्रमोशन वाली स्कीम का हिस्सा थे.
दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी Apple ने पिछले जुलाई में महंगाई और आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच कमर कसनी शुरू की थी. लेकिन इस बीच बाकी टेक-फर्म की तरह Apple ने बड़े पैमाने पर छंटनी से परहेज किया है.
टिम कुक का कम्पन्सेशन घटा
पिछले हफ्ते एप्पल की शेयर होल्डिंग मीटिंग के दौरान चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर टिम कुक ने कहा कि कंपनी पैसे के मामले में सावधानी बरत रही है. खर्चों को कम करने के लिए कंपनी ने अपने यात्रा बजट को भी सीमित किया है. इसके अलावा कुक ने खुद की सैलरी में भी कटौती की है.
जनवरी में Apple ने बताया था कि 2023 के लिए कुक का कम्पन्सेशन 40% से अधिक गिरकर लगभग 49 मिलियन डॉलर हो जाएगा. शेयरहोल्डर्स ने पिछले शुक्रवार को Apple की वार्षिक बैठक में एग्जीक्यूटिव सैलरी पैकेजों को मंजूरी दी थी.
लागत कम करने के अलावा, Apple का ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट इस बात पर भी करीब से नजर रख रहा है कि कर्मचारी कितनी बार ऑफिस आते हैं. कंपनी की मौजूदा पॉलिसी के अनुसार, कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम तीन दिन ऑफिस आकर काम करना होता है.