दूरसंचार कंपनियों की संस्था सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने टेलिकॉम डिपार्टमेंट और पावर मिनिस्ट्री को चिट्ठी लिखी है.
टेलीकॉम कंपनियों की संस्था सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने दूरसंचार विभाग और पावर मिनिस्ट्री को चिट्ठी लिखी है. टेलीकॉम कंपनियों (Telecom Companies) की ओर से बिना लाइसेंस बैंड में स्मार्ट मीटर लगाए जाने का विरोध किया गया है. दरअसल गैर- लाइसेंस्ड स्पेक्ट्रम बैंड के इस्तेमाल से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
क्या है खतरा?
कोई भी आसानी से इस नेटवर्क को हैक करके ठप कर सकता है. कंपनियां इस बैंड में किसी भी तरह के उपकरण लगा सकती हैं, जबकि टेलीकॉम कंपनियों को उपकरण लगाने से पहले सरकार से मंजूरी लेने की जरूरत होती है. इतना ही नहीं, बहुत ज्यादा मीटर लगने से टेलीकॉम सर्विस की क्वालिटी का भी खराब होने का खतरा होता है.
अनलाइसेंस्ड बैंड
इतना ही नहीं, इस बैंड के इस्तेमाल से सरकार को भी नुकसान हो सकता है. इससे टेलीकॉम कंपनियों को भी अपना रिवेन्यू नहीं मिलेगा. दरअसल अदाणी जीएमआर, एलएनटी, इंटेल स्मार्ट जैसी कई कंपनियां अनलाइसेंस्ड बैंड में देश में कई जगह बिजली, पानी, गैस के मीटर लगा रही है.