शेयर का प्रदर्शन- एक हफ्ते में शेयर 5 फीसदी बढ़ा है. वहीं, 3 महीने में 5 फीसदी टूटा है.एक साल में शेयर ने 40 फीसदी का रिटर्न दिया है. वहीं, अब शर्मिला जोशी डॉट कॉम की शर्मिला जोशी का कहना है कि बैंक के तिमाही नतीजे शानदार रहे हैं. वहीं, लोनबुक काफी बेहतर हुई है. बीते दिनों रिटेल और कॉमर्शियल लोन पर कंपनी ने फोकस बढ़ाया है. इसका असर नतीजों में दिखा है. वो सभी पैरामीटर्स जिन पर बैंकों को आंका जाता है उन पर ये शेयर काफी अच्छा नजर आ रहा है. मौजूदा स्तर से शेयर 70 रुपये के भाव तक जा सकता है.
बैंक के तिमाही नतीजों पर एक नज़र-
प्राइवेट सेक्टर के एक और बैंक ने तिमाही नतीजों का ऐलान कर दिया है. साल 2021 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के मुकाबले साल 2022 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में IDFC First Bank का मुनाफा डबल हो गया है. बैंक का मुनाफा 115 फीसदी बढ़कर 605 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि, ये एक साल पहले 281 करोड़ रुपये था.
IDFC First Bank Results की NII नेट इंट्रस्ट इनकम यानी ब्याज से आय 2,580 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,285 करोड़ रुपये हो गई.
साथ ही, ग्रॉस NPA में गिरावट आई है.ये 4,396 करोड़ रुपये से घटकर 4,303 करोड़ रुपये पर आ गए. साल 2022 की जुलाई-सितंबर तिमाही के मुकाबले आई है.
नेट एनपीए 1,480 करोड़ रुपये से घटकर 1,464 करोड़ रुपये रहे.NPAs: बैंक की वह प्रॉपर्टी होती है. जिससे बैंक को कोई आय नहीं हो रही होती है.
आम भाषा में NPAs को डूबी हुई रकम या सफेद हाथी कहा जा सकता है. RBI नियमों की बात करें तो 180 दिन तक अगर किसी संपत्ति से कोई आय नहीं हो रही है तो वो NPA है. हालांकि विदेशों में NPA घोषित करने की मियाद 45 से 90 दिन है.
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