शेयर बाजार में गिरावट का आलम कुछ ऐसा है कि 5 दिन में निवेशकों के 20 लाख करोड़ रुपये डूब गए है. हालांकि, अभी भी घरेलू शेयर बाजारों के रिटर्न दुनियाभर के मार्केट्स से बेहतर है. क्योंकि साल 2022 में भारत इकलौता मार्केट है. जिसने पॉजिटिव रिटर्न दिए है.
शेयर बाजार में गिरावट क्यों?
- कोरोना की आहट से सहमा बाजार
- ग्लोबल मंदी के संकेत
- ऊंची ब्याज दरें
- बाजार के महंगे वैल्यूएशन
- US की कोर महंगाई अभी भी काफी ज्यादा
अब यहां सवाल उठता है कि बाजार में रिकवरी कब आएगी- सुदंरम एमएफ के एमडी एंड सीईओ सुनील सुब्रमण्यम बताते हैं कि कारण कोई भी हो.. आमतौर पर दिसंबर के आखिरी हफ्ते में बाजार कमजोर ही रहते है. क्योंकि सालभर जी-तोड़ मेहनत के बाद फंड मैनेजर्स रिटर्न का गिफ्ट अपने ग्राहकों को देते है. साथ ही, छुट्टियों का सेलीब्रेशन भी रहता है.
उनका कहना है कि अगले साल यानी जनवरी के पहले हफ्ते के बाद बाजार में रिकवरी लौट सकती है. इसीलिए निवेशकों को घबराना नहीं है.