गैजेट की यारी अब आदमी की बॉडी पर भारी पड़ने लगी है. रिसर्च में चौंकाने वाले खुलासे हुए है.दरअसल एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भविष्य में इंसानी बॉडी बदल सकती है. इंसानों की पीठ कूबड़ वाली हो जाएगी. - भविष्य में पंजे मुड़े हुए हो सकते हैं. 90 डिग्री पर स्थिर हो सकती है कोहनी. छोटा दिमाग और आंखों में डबल पलकें हो सकती है. टेक्नोलॉजी के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से इंसानों के शारीर में बड़े बदलाव आ रहे हैं. अमेरिका की बड़ी कंपनियों के एक्सपर्ट्स और रिसर्च पर आधारित एक नई रिपोर्ट जारी हुई है. स्मार्टफोन, लैपटॉप और टेलीविजन के ज्यादा इस्तेमाल से इंसान की बॉडी में संभावित बदलाव हो सकते है. इस पर 3डी इमेज भी तैयार की गई है,
देश के बड़े बिजनेस चैनल सीएनबीसी आवाज़ के शो में इस पर विस्तार चर्चा हुई है. आइए जानते हैं डॉक्टर्स का क्या कहना है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कई घंटों तक एक ही स्थिति मेंबैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है. इससे पीठ सीधी नहीं रह पाती और झुकने लगती है.
सिर को सहारा देने के लिए गर्दन की मांसपेशियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. लगातार लंबे समय तक ऐसा होने से शरीर उसी हालत को स्वीकार करने लगता है. इससे कूबड़ निकलने की आशंका बढ़ जाती है.
स्मार्टफोन हमारे साथ हर वक्त रहता है. जिस वक्त हम इस्तेमाल नहीं कर रहे होते हैं, तब भी यह हमारे हाथों में होता है. इसे पकड़ने के लिए हमारे पंजे हमेशा एक खास हालत में रहते हैं.
इससे उंगलियां मुड़ रही हैं. हमारी कुहनियां हमेशा 90 डिग्री पर स्थिर हो सकती हैं. वैसी ही जैसे मोबाइल से बात करते वक्त रहती हैं. कुहनी के नसों पर लगातार दबाव पड़ने से ऐसा हो सकता है.
डिजिटल डिवाइसों से नीली रोशनी सबसे ज्यादा निकलती हैं. इस रोशनी से नींद ने आने की परेशानी आम हो गई है. सिर दर्द और आंखों की रोशनी कम होने जैसी समस्याएं हो रही हैं. ऐसे में हमारा शरीर इन मामलों से निपटने के लिए कई बदलाव कर सकता है. हो सकता है आने वाले भविष्य में हमारा शरीर दोहरी पलकें विकसित कर लें. ऐसा रोशनी की अधिकता को रोकने के लिए हो सकता है.